कहानी एक प्यारी परी की - Kahani Ek Pyari Pari Ki
एक छोटे से गाँव में एक लड़की रहती थी जिसका नाम आरोही था। वह बहुत ही दयालु और खुशमिजाज थी। आरोही को फूलों से बहुत प्यार था और वह घंटों बगीचे में खेला करती। उसका सपना था कि एक दिन वह एक जादुई दुनिया की सैर करे, जहां परियों का राज हो।

एक रात, जब सभी सो रहे थे, आरोही बगीचे में चाँदनी का आनंद ले रही थी। तभी आसमान में एक तेज़ रोशनी चमकी, और उसके सामने एक प्यारी परी प्रकट हुई। वह परी सुनहरे पंखों वाली थी और उसकी मुस्कान इतनी चमकदार थी कि चारों ओर रोशनी फैल गई। परी ने कहा, "मैं जादू की दुनिया की परी हूँ, और मैंने तुम्हारी दयालुता के बारे में सुना है। आज मैं तुम्हें अपनी जादुई दुनिया में ले चलती हूँ।"
आरोही खुशी से झूम उठी। परी ने अपनी छड़ी घुमाई, और पलक झपकते ही वे एक जादुई दुनिया में पहुँच गए। वह जगह फूलों, इंद्रधनुषों और चमचमाते पानी के झरनों से भरी हुई थी। वहाँ हर तरफ खुशबू थी और आसमान में रंग-बिरंगी परियाँ उड़ रही थीं।
परी ने आरोही को जादुई झील के पास ले जाकर कहा, "यहाँ हर इंसान की सच्ची इच्छाएं पूरी होती हैं। लेकिन इसके लिए तुम्हें अपनी सच्चाई और दयालुता का प्रमाण देना होगा।"
आरोही ने झील के पास जाकर अपनी सबसे बड़ी इच्छा व्यक्त की: "मैं चाहती हूँ कि सभी लोग हमेशा खुश रहें और किसी को भी दुःख का सामना न करना पड़े।" परी उसकी बात सुनकर बहुत प्रभावित हुई और बोली, "तुम्हारी यह सोच तुम्हें और भी खास बनाती है।"
परी ने आरोही को एक चमचमाती जादुई छड़ी दी और कहा, "यह छड़ी तुम्हारी है। इसका उपयोग केवल अच्छे कामों के लिए करना।"
जब आरोही वापस अपने गाँव लौटी, तो उसने जादुई छड़ी का इस्तेमाल कर लोगों की मदद करनी शुरू कर दी। वह बीमारों को ठीक करती, भूखों को खाना देती और लोगों के जीवन में खुशियाँ भरती। जल्दी ही उसका गाँव एक खुशहाल और जादुई जगह बन गया।
"कहानी एक प्यारी परी की - Kahani Ek Pyari Pari Ki" हमें यह सिखाती है कि सच्चे दिल और दयालुता से भरी इच्छाएं हमेशा पूरे ब्रह्मांड को बेहतर बना सकती हैं। आरोही ने अपनी दयालुता और परोपकार से यह साबित कर दिया कि एक इंसान भी परी बन सकता है, अगर उसके दिल में दूसरों के लिए प्यार हो।
क्या आप भी अपनी जिंदगी में किसी के लिए "प्यारी परी" बनना चाहेंगे?
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