जब दोस्ती ने रूप लिया प्यार का – Dosti Se Pyaar Tak
Keywords: दोस्ती से प्यार, सच्ची प्रेम कहानी, दिल की बातें, रिश्ता और भावनाएँ
प्रिय मित्र — दोस्ती से प्यार
कहते हैं सबसे खूबसूरत रिश्ता वही है जो दोस्ती से शुरू होकर प्यार तक पहुँचे। दोस्त, मेरी कहानी भी ऐसी ही थी — हँसी-मज़ाक से शुरू हुआ रिश्ता धीरे-धीरे दिल की गहराईयों में उतर गया और मेरा सबसे अच्छा दोस्त मेरा प्यार बन गया।
शुरुआत – शुरुआत (Beginning of Friendship)
वो क्लास में नया एडमिशन था। पहले दिन उसने पूछा, “पेन मिलेगा?” मैंने कहा, “लो… पर वापस मत देना।” 😄 वह हँसा और हमारी दोस्ती शुरू हुई — प्रोजेक्ट्स, साथ बैठना और छुट्टी के बाद चाय।
हँसी-मज़ाक से बढ़ता रिश्ता – हँसी-मज़ाक और रिश्ता
दोस्त, वह मेरी टेंशन में हँसी और मेरी हँसी में सुकून था। जब मैं उदास होती थी, वह कहता था, “चलो आईसक्रीम खाते हैं।” वह मेरे सारे राज जानता था — और जब उसने किसी और से बात की, तो मुझे एहसास हुआ कि मैं उसे चाहने लगी हूँ।
एहसास का पल – एहसास का पल
कई दिनों तक मैंने खुद से लड़ा — “नहीं, ये सिर्फ़ दोस्ती है।” पर पार्क में बैठकर मैंने कहा, “मुझे लगता है मैं तुमसे प्यार करने लगी हूँ…” वह चुप रहा, फिर बोला — “मुझे तो बहुत पहले से था, बस डर था दोस्ती न टूट जाए।” ❤️
प्यार की नई शुरुआत – प्यार की शुरुआत
उसके बाद सब कुछ बदल गया पर आसान हो गया — हर कॉल के अंत में “आई लव यू” भी जुड़ गया। झगड़े भी अब प्यारे लगते थे। दोस्त, सच्ची मोहब्बत वही है जहाँ दोस्ती की नींव पर प्यार खड़ा हो।
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