खरगोश की बुद्धिमानी - Khargosh Ki Buddhimani
एक दिन जंगल में एक बड़ा हंगामा हुआ। जंगल के सभी जानवर एक डरावने शेर के बारे में चर्चा कर रहे थे, जो जंगल में दहशत फैलाने आ गया था। शेर, जिसका नाम राजा था, जंगल के सभी जानवरों को अपने डर से कांपने पर मजबूर कर रहा था। हर कोई सोच रहा था कि अब क्या होगा, क्योंकि शेर इतना ताकतवर था कि किसी को भी उससे बचने का कोई तरीका नहीं सूझता था।

लेकिन जंगल में एक छोटा सा खरगोश, जिसका नाम टिंकू था, जो अपनी बुद्धिमानी के लिए मशहूर था, इस समस्या का हल ढूंढ़ने की सोच रहा था। टिंकू जानता था कि उसकी तेज़ दौड़ और ताकत शेर के मुकाबले कुछ भी नहीं हैं, लेकिन वह जानता था कि अगर वह सही समय पर सही योजना बनाए, तो शेर को हराया जा सकता है।
टिंकू ने जंगल के सभी जानवरों को इकट्ठा किया और उन्हें एक योजना बताई। "हमारे पास ताकत नहीं है, लेकिन हमारी बुद्धिमानी है। हमें शेर के साथ मुकाबला नहीं करना है, बल्कि उसे अपनी चालों में फंसाना है।"
सभी जानवरों ने टिंकू की बात मानी और उन्होंने उसकी योजना को लागू करना शुरू किया। टिंकू ने शेर को जंगल के बीचों-बीच एक जाल में फंसाने के लिए एक बुद्धिमानी से भरी योजना बनाई। उसने शेर को यह दिखाया कि वह जंगल का सबसे तेज़ और चतुर जानवर है। शेर को आकर्षित करने के लिए उसने एक जाल में फंसी हुई मांस की गंध छोड़ी, जिससे शेर उस तरफ खींचा चला आया।
शेर ने जैसे ही मांस की गंध महसूस की, वह नादानी से जाल के पास पहुंच गया। टिंकू ने तुरंत सभी जानवरों को इशारा किया और सभी ने मिलकर जाल को बांध दिया। शेर फंस गया। शेर ने कई बार कोशिश की, लेकिन वह अपने बल से नहीं निकल सका। अब शेर की दहशत खत्म हो चुकी थी और जंगल में सभी जानवर शांतिपूर्वक रह सकते थे।
जब शेर जाल में फंसा हुआ था, टिंकू ने उसे देखा और मुस्कुराते हुए बोला, "कभी-कभी ताकत से नहीं, बल्कि बुद्धिमानी से काम लेना चाहिए।"
"खरगोश की बुद्धिमानी - Khargosh Ki Buddhimani" हमें यह सिखाती है कि ताकत और सूरत से ज्यादा महत्व बुद्धि और सही सोच का होता है। टिंकू ने यह साबित किया कि बुद्धिमानी से किसी भी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है, भले ही सामने कितना भी बड़ा खतरा हो।
तो, क्या आप भी अपनी बुद्धिमानी से जीवन की समस्याओं का हल निकालने के लिए तैयार हैं?
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