खरगोश की सूझबूझ - Khargosh Ki Soojhboojh
एक दिन जंगल में बड़ा हंगामा हुआ। जंगल के सभी जानवर एक अद्भुत समस्या में फंसे हुए थे। जंगल के बीचों-बीच एक बहुत बड़ा नदी का किनारा था, जो बारिश के बाद और भी गहरा और चौड़ा हो गया था। सभी जानवरों को नदी पार करना था, लेकिन कोई भी इस समस्या का समाधान नहीं ढूंढ पा रहा था। इस नदी को पार करने के लिए किसी को एक सुरक्षित रास्ता चाहिए था, लेकिन हर कोई चिंतित और डरावना था।

जंगल में एक छोटा सा खरगोश था, जिसका नाम बबलू था। बबलू अपनी सूझबूझ और समझदारी के लिए जाना जाता था। वह जानता था कि जो जानवर अपनी परेशानी पर सही तरीके से सोचते हैं, वही मुश्किलें आसान कर सकते हैं। बबलू ने जंगल के सभी जानवरों को इकट्ठा किया और उनसे कहा, "हम सभी को डरने की जरूरत नहीं है। हमें एकजुट होकर यह समस्या हल करनी है।"
सभी जानवरों ने बबलू की बात सुनी, लेकिन कुछ जानवरों को यकीन नहीं हो रहा था कि छोटा सा खरगोश इतनी बड़ी समस्या का समाधान कैसे ढूंढ सकता है। बबलू ने फिर से सभी से कहा, "हमारे पास ताकत नहीं है, लेकिन हमारी सूझबूझ है।"
बबलू ने नदी को ध्यान से देखा और समझा कि नदी का पानी बहुत तेज़ है और इसे पार करने के लिए कोई सीधा रास्ता नहीं है। लेकिन उसने देखा कि नदी के पास कुछ पेड़ गिरकर नदी में अड़चन बना रहे थे, जिससे पानी का बहाव थोड़ा धीमा था। बबलू ने सोचा, "अगर इन पेड़ों को सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो हम नदी पार कर सकते हैं।"
बबलू ने सभी जानवरों से कहा, "अगर हम इन गिरने वाले पेड़ों को एक के बाद एक जोड़ते हैं, तो यह एक पुल का रूप ले सकता है। हमें बस ध्यान से काम करना होगा।"
सबसे पहले, बबलू ने अपने दोस्तों को यह दिखाया कि कैसे गिरा हुआ पेड़ पानी के ऊपर तैर सकता है। फिर सभी जानवरों ने मिलकर इन पेड़ों को जोड़ने की योजना बनाई। धीरे-धीरे सभी जानवरों ने मिलकर पेड़ों को जोड़कर एक मजबूत और स्थिर पुल बना लिया। अब वे सब सुरक्षित रूप से नदी को पार कर सकते थे।
जब सभी जानवर नदी पार कर चुके थे, तो वे बबलू की सूझबूझ की तारीफ कर रहे थे। बबलू मुस्कुराते हुए बोला, "यह जीत हमारी सूझबूझ की वजह से हुई है। ताकत से ज्यादा, सही सोच और योजना से हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।"
"खरगोश की सूझबूझ - Khargosh Ki Soojhboojh" हमें यह सिखाती है कि सही समय पर सही विचार और योजना से हम किसी भी समस्या का समाधान ढूंढ सकते हैं। बबलू ने यह साबित कर दिया कि सूझबूझ से बड़ी से बड़ी मुश्किल को आसान बनाया जा सकता है।
तो, क्या आप भी अपनी सूझबूझ से जीवन की कठिनाइयों का समाधान निकालने के लिए तैयार हैं?
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