खरगोश का साहस - Khargosh Ka Sahas
एक छोटे से जंगल में एक खरगोश रहता था जिसका नाम मोहन था। मोहन बहुत ही प्यारा और शरारती था, लेकिन उसमें एक खास बात थी - वह कभी भी डर के आगे नहीं झुकता था। जंगल के सारे जानवर उसकी हिम्मत और साहस की तारीफ करते थे, क्योंकि जब भी किसी ने डर के बारे में बात की, मोहन के चेहरे पर हमेशा आत्मविश्वास दिखता।

एक दिन जंगल में एक भयंकर बाघ, जिसका नाम शेरू था, आ गया। शेरू जंगल का सबसे ताकतवर और डरावना जानवर था। जब भी शेरू अपनी दहाड़ मारता, सारे जानवर डर के मारे छिप जाते। जंगल के छोटे जानवरों ने शेरू से बचने के लिए अपने घरों में बंद रहना शुरू कर दिया। हर किसी को यह डर था कि शेरू उन्हें एक दिन पकड़ लेगा।
लेकिन मोहन, जो हमेशा साहस का प्रतीक था, डर के बजाय सामने आकर खड़ा हो गया। उसने जंगल के सभी जानवरों से कहा, "हमें शेरू से डरने की जरूरत नहीं है। यदि हम सभी मिलकर एकजुट हों, तो हम उसे हराने में सक्षम होंगे।"
सारे जानवर हैरान हो गए। एक छोटा सा खरगोश, जो हमेशा से डरने वाला था, अब शेरू का सामना करने की बात कर रहा था। कुछ जानवरों ने उसकी बातों को नजरअंदाज किया, लेकिन मोहन ने अपनी योजना को साकार करने का ठान लिया।
वह शेरू के पास गया और उसे चुनौती दी, "तुम जितने बड़े हो, उतने ही डरावने भी हो। लेकिन क्या तुम हम सभी से डर सकते हो?" शेरू हंसते हुए बोला, "तुम जैसे छोटे से खरगोश से मुझे कौन डराएगा?"
मोहन ने बिना डरे कहा, "सिर्फ ताकत से कुछ नहीं होता, बल्कि सही सोच और एकजुटता से भी बड़े से बड़े खतरे का सामना किया जा सकता है।" फिर मोहन ने जंगल के सारे जानवरों को एकजुट किया और शेरू को यह एहसास दिलाया कि वह अकेला नहीं था। जंगल के सभी जानवर मिलकर शेरू को उसका सही स्थान दिखाने के लिए तैयार हो गए।
कुछ समय बाद, शेरू ने देखा कि जंगल के सारे जानवर डर के बजाय साहस से भरे हुए हैं और उनका एकजुट होना उसे बहुत डरावना लगने लगा। आखिरकार, शेरू को यह समझ में आया कि अगर वह जंगल में शांति चाहता है, तो उसे सभी जानवरों का सम्मान करना होगा। शेरू ने अपना रवैया बदला और जंगल से चला गया।
"खरगोश का साहस - Khargosh Ka Sahas" हमें यह सिखाती है कि असली साहस बाहरी ताकत से नहीं, बल्कि अंदर से आता है। मोहन ने यह साबित कर दिया कि अगर हम सही दिशा में साहसिक कदम उठाते हैं और एकजुट होते हैं, तो कोई भी समस्या बड़ी नहीं होती।
तो, क्या आप भी अपनी ताकत और साहस का सही उपयोग कर सकते हैं?
No comments:
Post a Comment